Aam Khane Ke Fayde In Hindi - जानें, आम खाने के 10 फायदे
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Aam Khane Ke Fayde In Hindi |
दोस्तों, आपका Health Motto Blog में स्वागत है। आज हम Aam Khane Ke Fayde In Hindi - आम खाने के 10 फायदे को जानेंगे। रोजाना आम खाने से हार्ट, पाचन तंत्र, आंखें, त्वचा, बाल, हड्डी इत्यादि हेल्दी रहते हैं। यह मोटापा, डायबिटीज़, कैंसर से बचाता है। यह कार्ब्स, प्रोटीन, फाइबर, वसा, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन्स, एवं मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैगनीशियम, पोटेशियम, जिंक और विटामिन- A, C, E एवं एंटीऑक्सीडेंट होता है। आम का वनस्पति नाम मंगीफेरा इंडिका (Mangifera indica) है। यह एक सुगंधित, रसीला, गुद्देदार, मीठा, स्वादिष्ट, पौष्टिक और लोकप्रिय फल है। यह भारत का राष्ट्रीय फल है।
आम के बारे में कुछ रोचक तथ्य - Some Facts About Mango
परिचय :
- फल का नाम : हिन्दी- आम, अंग्रेजी- मैंगो (Mango)।
- वैज्ञानिक नाम: मंगीफेरा इंडिका (Mangifera indica) है, जिसका मतलब है - “आमों को उगानेवाला भारतीय पौधा”।
- फैमिली : एनाकार्डिएसी के फूलदार पौधा का सदस्य।
- प्रकार : प्राचीनकाल से लोकप्रिय, स्वादिष्ट, मीठा, रसीला, पौष्टिक, सुगंधित, गुद्देदार, गुठलीदार (Drupe), स्वास्थ्यवर्द्धक, उपयोगी एवं औषधीय गुणों वाला फल।
- राष्ट्रीय फल : भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस।
- राष्ट्रीय वृक्ष : बंगलादेश का राष्ट्रीय वृक्ष है।
- वृक्ष : विशाल, सदाबहार एवं छायादार।
जानकारी एवं वर्णन :
- आम की जानकारी मानव को कब से है, यह अनिश्चित है। परंतु प्राचीन ग्रंथ बाल्मीकीय रामायण और महाभारत में इसका वर्णन है। बौद्ध कालीन ग्रंथों में भी भगवान बुद्ध को आमों के गुच्छे भेंट करने का वर्णन है।
- उत्पत्ति: विशेषज्ञों के अनुसार आम सबसे पहले 4,000–5,000 वर्ष पूर्व में भारत में उगाया गया था।
- राष्ट्रीय फल : भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस
- राष्ट्रीय वृक्ष : बंगलादेश
- प्रतिक एवं संकेत : भारत में आम “प्रेम का प्रतिक” तथा इसका एक टोकरी “मित्रता का संकेत” है।
- भाग : आम के फल के मुख्य रूप से 3 भाग होते हैं-
- जलवायु : 30 °F से ऊपर उष्णकटिबंधीय जलवायु आम के लिए उपयुक्त होता है। अमेरिका में सिर्फ फ्लोरिडा और कैलिफ़ोर्निया के दक्षिण भाग में इसके लिए उपयुक्त जलवायु है।
- प्रजातियां : विश्व में आम की लगभग 1400 प्रजातियां हैं। भारत में लगभग 1000 किस्में मिलती हैं, जो अधिकतर जंगली एवं बीजू हैं। हर किस्म का अपना खास गुण एवं तासीर है।
- प्रमुख भारतीय किस्में: दशहरी, जरदालु, चौसा, सफेदा, लंगड़ा, किशन भोग, बंबई, मालदा, तोतापुरी, फजली, नीलम, केसर, मालगोवा, वनराज, स्वर्णरेखा, मल्लिका, जहांगीर, ईनाम पसंद इत्यादि।
- नई किस्में : आम्रपाली, दशहरी -51, मल्लिका, रत्ना, अर्का अनमोल, अर्मा पुनीत।
- उपज: विश्व में सभी उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में इसकी उपज होती है, परंतु भारत में सबसे ज्यादा। उत्तर भारत में आम की उपज सबसे ज्यादा होती है। परंतु अक्सर एक वर्ष उपज अधिक होती है तो दूसरे वर्ष कम। वहीं दक्षिणी भारत में हर वर्ष उपज अच्छी होती है।
- फल देने का समय : आम का पेड़ औसतन 5 वर्ष में फल देने लगता है। फल चार महीने में तैयार होता है। सबसे पहले केरल में इसकी फसल होती है, जो फरवरी से सितंबर तक मिलता है। कुछ किस्में पूरे वDivisionर्ष मिलता है।
औषधीय गुण:
- वैज्ञानिकों के अनुसार : आम के फल, फूल, छाल, पत्तियों, गोंद, छिलका तथा गुठली में अनेकों औषधीय गुण होते हैं।
- आयुर्वेद के अनुसार : आम पौष्टिक, स्निग्ध, बलवर्धक, वीर्यवर्धक, वात-पित्त नाशक, कफवर्धक, भारी, कसैले रसयुक्त एवं अग्निवर्धक गुणधर्म वाला फल है।
- आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार: दूसरी फलों की तुलना में आम अत्याधि पौष्टिक, गुणकारी एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।kk
- लाभदायक पोषक तत्व : डाइटरी फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन ए, सी, डी एवं अन्य विटामिन्स , खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स इत्यादि भरपूर मात्रा में।
- नुकसानदायक पोषक तत्व: कोलेस्ट्रॉल, सोडियम एवं संतृप्त वसा कम मात्रा में।
- स्वास्थ्य लाभ : भरपुर पोषक तत्वों के कारण पूरे शरीर के लिए फायदेमंद। पक्का आम पित्त, यकृत वृद्धि, क्षय रोग (तपेदिक), श्वास रोग, मूत्र रोग, गर्भाशय एवं योनि रोग, वीर्यरोग, प्रमेह तथा रक्त संबंधित रोगों में लाभदायक।
- रोकथाम एवं उपचार : कैंसर, मोटापा, डायबिटीज़, हृदय रोग, हाइपरटेंशन की रोकथाम एवं उपचार में सहायक।
आम का वर्गीकरण- Classification Of Mango
Scientific Classification Of Mango
Kingdom : Plantae
Sub kingdom : Tracheobiodata
Super : Spermatophyta
Division : Magnoliophyta
Class : Magnoliopsida
Sub Class: Rosidae
Order: Sapindales
Family: Sapindales
Genus : Mangifera
Species : Indica L.
आम फल की रासायनिक घटक - Chemical Components Of Mango Fruit in Hindi
- नमी ( जल) : 81 – 86.10%
- कुल कार्बोहाइड्रेट : 11-20%
– ग्लूकोज : 1.53 – 6.14%– इक्षु शर्करा : 6.78 – 16.99%
- आहारीय रेशा : 0.7 – 1.1%
- प्रोटीन : 6.60 – 9.60%
- वसा : 0.1- 0.4%
- खनिज लवण : 0.3%
– फास्फोरस : 0.02%– लौह : 0.3 – 0.5 %
- – कैल्शियम : 0.01%
- विटामिन-A तथा C : प्रचुर मात्रा में
100 ग्राम आम में पोषक तत्वों की मात्रा - Nutritional Value In 100 Grams Mango In Hindi
मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (Macronutrients)
- ऊर्जा : 250 किलो जूल (59 किलो कैलोरी
- कुल कार्बोहाइड्रेट : 15 ग्राम
- शर्करा : 13.7 ग्राम
- आहारीय रेशा : 1.6 ग्रा
- वसा : 0.38 ग्राम
- प्रोटीन : 0.82 ग्राम
माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (Micronutriets) :
विटामिन (Vitamins):
- विटामिन A : 4800 IU
- थायमिन (विटामिन B1) : 0.03 मिलीग्राम
- राइबोफ्लेविन(विटामिनB2) : 0.04 मिलीग्राम
- नियासिन(विटामिन B3) : 0.67 मिलीग्राम
- विटामिन B5 : 0.19 मिलीग्राम
- विटामिन B6 : 0.12 मिलीग्राम
- फोलेट (विटामिन B9) : 43 माइक्रोग्राम
- कोलिन (Choline) : 7.6 मिलीग्राम
- विटामिन C : 36.4 मिलीग्राम
- विटामिन E : 0.9 मिलीग्राम
- विटामिन K : 4.2 माइक्रोग्राम
खनिज (Minerals) :
- कैल्शियम (Ca) : 11 मिलीग्राम
- लोहा (Fe) : 0.16 मिलीग्राम
- मैग्निशियम (Mg) : 10 मिलीग्राम
- फॉस्फोरस (P) : 14 माइक्रोग्राम
- पोटैशियम (K) : 168 मिलीग्राम
- सोडियम (Na) : 1 मिलीग्राम
- तांबा (Cu) : 0.111 मिलीग्राम
- मैगनीज (Mn) : 0.63 मिलीग्राम
- जस्ता (Zn) : 0.09 मिलीग्राम
आम के पेड़ का वर्णन - Description Of Mango Tree In Hindi
वृक्ष (Tree) :
- विशाल (काफी बड़ा
- लंबाई - 30 फीट से 100 फीट तक
- दीर्घायु (लंबी-उम्र )- 100-300 वर्ष तक
- घना एवं छायादार
- उपयोगी
- स्थलीय
तना (Stem) :
- लंबा, मोटा एवं मजबूत
- कठीली एवं ठोस
उपयोग (Uses) -
- घरेलू कार्यों जीसीसी में
- फर्निचर बनाने में
- लकड़ी के सामान आदि बनाने मे
- धार्मिक कार्यों में
- जलावन (ईंधन) के रूप में
पत्तियां (Leaves):
- चमड़ी के जैसी
- सरल (सादी)
- एकान्तरित
- लंबी- 5 से 16 इंच
- भालेनुमा (प्रसकार) या दीर्घ वृत्ताकार आगे का भाग नुकीला
- 1 वर्ष या उससे अधिक पेड़ में लगा रहता है।
फूल (Flowers) :
- फूलों को “मंजरी” या “बौरा” कहते हैं
- छोटे एवं ऐंठलरहित
- रंग – हल्के वसंती या लाल
- लंबाई – 4 से 16 इंच
- प्रत्येक फूल में सफेद पंखुड़ियां (White Petals) होती है
- हल्की मीठी सुगंध (Mild Sweat-Aroma)
- मंजरी की संख्या बहुत ज्यादा होती हैं
– केवल 1% परिपक्व होकर फल बन पाते हैं
- मंजरी वालेटेरर रीë77iiuúvvvbbbbib पेड़ का दृश्य – बहुतसुंदर
वृन्त -
- ऐंठल
- 1 से 4 इंच लंबा
पुष्पक्रम (Inflorescence) -
- संयुक्त एकवर्ध्यक्ष (Pelican)
- प्रशाखित
- लोमश
फल (Fruit) :
- रसदार (Succulent)
- गुद्देदार (Fleshy)
- गुठली वाला (Drup
- विश्व प्रसिद्ध स्वादिष्ट (Tasty)
रंग-
- हरा, पीला, नारंगी, लाल, सिंदूरी
आकर-
- गोलनुमा
- अंडाकार या वृक्काकार (Oval-Shaped or Kidney-Shaped)
लंबाई-
- 2-10 इंच (5-25 सेमी०)
- कच्चा फल :
- कसैला
- खट्टा
- वात-पित्त वर्धक
- गले की रोग, अतिसार योनि एवं नेत्र रोग नाशक
- रंग- हरा, पिला, नारंगी आदि
- आमचूर,चटनी,आचार आदि बनता है।
पक्का फल :
- मधुर, स्निग्ध, शीतल, वीर्य वर्धक
- वात, प्रमेह एवं रुधिर रोग नाशक
- अम्लपित्त, यकृतवृद्धि, श्वास एवं क्षय रोग में लाभदायक
- पौष्टिक
- पोषकतत्व - कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, जल, विटामिन एवं मिनरल उपस्थित
बीज (Seed) :
- दो बीजपत्र
छाल (Bark) :
- खुरदरी
- मटमैली या काली
आम की किस्में (प्रजातियां) :
- आम की लगभग पूरे विश्व में 1400 प्रजातियां (किस्में) हैं।
- भारत में इसकी लगभग 1000 किस्में मिलती हैं।
- अधिकतर किस्में जंगली एवं बीजू हैं।
- हर किस्म का अपना खास गुण एवं तासीर है।
भारतीय आम की मुख्य लोकप्रिय किस्में :
- दशहरी
- जरदालु
- चौसा
- सफेदा
- लंगड़ा
- रटोल
- नीलम
- किशन भोग
- हिमसागर
- बंबई
- बंबई ग्रीन
- बैगनपल्ली
- केसर
- मालगोवा
- वनराज
- स्वर्णरेखा
- मल्लिका
- मालदा
- बदामी
- तोतापुरी
- फजली
- जहांगीर
- ईनाम पसंद
- काले पाद
- राजपुरी
- नई किस्में : 7
- आम्रपाली
- दशहरी -51
- मल्लिका
- रत्ना
- अर्का अनमोल
- अर्मा पुनीत
"मैंगो” शब्द की उत्त्पति - Origin Of Word “Mango” In Hindi
- आम की पेड़ तथा फल के नाम के लिए हिंदी में “आम” और अंग्रेजी में “Mango” शब्द प्रयोग होता है। इन शब्दों की उत्पत्ति वास्तव में कब और कहां हुई निश्चित रूप से बताया नहीं जा सकता है।
- परंतु प्राचीन कालीन भारतीय ग्रंथों में आम की वर्णन एवं प्रशंसा है। इसके आधार पर सर्वप्रथम आम की पेड़ की उत्पत्ति लगभग 4 -5 हजार वर्ष पूर्व हुई होगी।
- आम का उत्पति स्थान भारत उपमहाद्वीप के हिमालय के जंगली इलाके में उत्तरी पूर्वी क्षेत्र के भारत-वर्मा सीमा (म्यांमार) माना जाता है।
- फिर आम-फल की पेड़ हिमालय की तराई की जंगली क्षेत्रों से उत्तरी भारत कि मैदानी भागों में फैलाने लगा। यह बिहार, उत्तर प्रदेश आदि क्षेत्रों में उपजने लगी। उसके बाद धीरे-धीरे दक्षिणी भारत तक पूरे भारत में फैल गयी।
आम्रफलं से आम-फल :
- प्राचीन ग्रंथों में आम की वर्णन संस्कृत भाषा में हैं। आम शब्द को भी संस्कृत के शब्द आम्र या आम्रं (Aamram) से लिया गया है।
- संस्कृत में फल को फलं (Phalam) कहते हैं। आम्र और फलं शब्दों के योग से सस्कृत में आम्रफलं (Aamraphalam) शब्द बना है। जो हिंदी में आसान कर आम-फल (Aam- Phal) हो गया।
आम-फल से मंगा :
- हजारों वर्ष पूर्व पूरे दक्षिणी भारत का क्षेत्रीय भाषा तमिल था। तमिल में फल को कै (Kay) कहते हैं। इस प्रकार हिंदी का आम-फल (Aam-Phal) तमिल में आम-कै (Aam-Kay) हो गया।
- फिर बाद में आम-कै (Aam-Kay) तमिल भाषा के अनुसार मांग-कै (Maang-Kay) हो गया। मलायम भाषा में Maang-Kay को संक्षिप्त कर मंगा (Manga) हो गया।
मंगा से मैंगो (Manga To Mango) :
- सर्वप्रथम इंडिया की खोज में यूरोप के पुर्तगाली निवासी एवं 4 जहाजों के कमांडर वास्को डी गामा आया था। वह 8 जुलाई 1497 को 170 नाविकों के साथ पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन से चला था।
- वह 20 मई 1498 को 10 माह 12 दिन की यात्रा कर समुद्री मार्ग से भारत पहुंचा था।
- वह दक्षिणी मोजांबिक, मोंबासा, मलिंदी होते हुए भारत महाद्विप के दक्षिणी क्षेत्र मलायम के कालीकट बंदरगाह के काप्पड़ गांव में उतरा था। कालीकट अब केरल की कोझीकोड (Kozhikode) जिला में है ।
- पुर्तगालियों को भी आम फल का स्वाद भा गया। वे भी मलायम शब्द मंगा (Manga) को अपनी भाषा में भी मंगा (Manga) ही उच्चारण करने लगे।
- परंतु एक बहुत ही दिलचस्प घटना घटित हुई। मलायम में उच्चारित मंगा (Manga) अंग्रेजी में मैंगो (Mango) हो गया। तो आइए जाने उस घटना को…
एक दिलचस्प घटना :
- एक पुर्तगाली नाविक आम-फल से इतना उत्साहित हुआ कि अपने एक अंग्रेज मित्र को पत्र लिखकर मंगा (Manga) यानी आम-फल की खोज की सूचना दी।
- उस समय टाइपराइटर (Typewriter) का अभी अविष्कार नहीं हुआ था। इसलिए उस पुर्तगाली ने अपने अंग्रेज मित्र को हाथ से पत्र लिखा था।
- परन्तु अंग्रेज मित्र ने पुर्तगाली के पत्र को ठीक से समझ नही पाया। उसे समझ में नहीं आया कि पत्र में मंगा (Manga) लिखा है या मैंगो (Mango)।
- उस समय अधिकतर पेड़-पौधे और फलों के नाम के अंत में “O" लगा होता था। जैसे- Tomato, Potato इत्यादि। इसी आधार पर उस अंग्रेज ने “a" को "o" समझ कर मंगा (Manga) को मैंगो (Mango) उच्चारण किया।
- इस प्रकार आम (Aam) शब्द संस्कृत भाषा के शब्द आम्रं (Aamram) से उत्पत्ति होकर तमिल में आम-कै (Aam-kay) तथा मलायम एवं पुर्तगाली में मांगा (Manga) शब्द से होते हुए अंग्रेजी में मैंगो (Mango) हो गया।
- आज भी बहुत सारे देशों जैसे- अमेरिका, डेनिश, जर्मन, पोलिश, रोमानिया, स्पेनिश, स्वीडिश, तुर्की इत्यादि में आम को मैंगो (Mango) ही कहा जाता है।
“आम” के विभिन्न भाषाओं में नाम
- वैज्ञानिक नाम(लैटिन) : मैंगिफेरा इंडिका (Mangifera Indica L)
- संस्कृत : आम्र, रसाल, मधुदूत, पीकवल्लभ
- हिंदी : आम, आम फल
- बंगाली : आम
- मैथिली : आम
- भोजपुरी : आम
- मराठी : आम, अंबा (Amba), पिकलेला (Piklela)
- मलायम : मान्न (Mann), मांगा (Manga), Mam pazham
- गुजराती : आम्बो (Aambo)
- कन्नड़ : अंभ, Movina hannu
- तमिल : भागायं, आम-कै (Aam- Kay), Mam pazham
- तेलगू : यमिदिचेट्टू, Mamidi pandu
- कश्मीरी : अम्ब(Amb)
- पंजाबी : अम्ब(Amb)
- ओरिया : अम्बा (Amba)
- अंग्रेजी : मैंगो (Mango)
- अरबी : मांजु(Manju), Almanju, Manju Fakiha
- फ़ारसी : अंबेह (Ambeh)
Aam Khne Ke Fayde - जानिए, आम खाने के 10 जबरजस्त फायदे
आम में स्वास्थ्य के लिए लाभदायक कई पोषक तत्व होते हैं। यह रेशा, कार्बोहाइड्रेट, आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन ए, सी, डी एवं अन्य विटामिन से भरपूर होता है। इसमें खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट्स तथा फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं।
आम में स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक तत्व काम पाया जाता है। जैसे इसमें कोलेस्ट्रॉल, सोडियम एवं संतृप्त वसा कम मात्रा में होता है।
तो दोस्तों, आइए जानें आम खाने के फायदे को...
1. पूरे शरीर के लिए फायदेमंद :
भरपुर पोषक तत्वों के कारण आम पूरे शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है।
पक्का आम अम्ल पित्त, यकृत वृद्धि, क्षय रोग (तपेदिक) के लिए फायदेमंद होता है। यह श्वास रोग, मूत्र रोग, गर्भाशय एवं योनि रोग, वीर्यरोग, प्रमेह तथा रक्त संबंधित रोगों में लाभदायक होता है।
2. कैंसर के लिए फायदेमंद
प्रोस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर एवं स्तन कैंसर की रोकथाम एवं उपकार में सहायक।
3. पेट के लिए फायदेमंद
पेट संबंधित बीमारियों जैसे-अम्लपित्त, गैस, कब्ज,संग्रहणी, अतिसार एवं यकृत वृद्धि में लाभदायक।
4. एनीमिया में फायदेमंद
रक्ताल्पता (Anaemia) को ठीक करता है।
5. वजन का नियंत्रण
वजन को नियंत्रित कर मोटापा एवं दुबलापन दोनों को ठीक करता है।
6. आखों के लिए फायदेमंद
प्रचुर मात्रा में विटामिन-A की वजह से आंखों के लिए फायदेमंद होता है।
7. हार्ट के लिए फायदेमंद :
8. हड्डियों के लिए फायदेमंद :
आम का गोंद टूटी हड्डियों को जोड़ता है तथा घुटनों के दर्द को ठीक करता है।
9. मधुमेह का नियंत्रण :
आम के रस में जामुन का रस बराबर मात्रा में मिलाकर खाने से मधुमेह नियंत्रित रहता है।
10. दिमाग के लिए फायदेमंद :
आम स्नायु-तंत्र को मजबूती प्रदान कर दिमाग की संतुलन को बनाए रखता है।
दिमाग में एकाग्रता बनाकर स्मृति (Memory) को ठीक करता है।
आम के अन्य फायदे : Other Benefits Of Eating Mango
- स्त्री के गर्भाशय की रोगों एवं प्रदर रोगों को ठीक करता है।
- खूनी बवासीर एवं नकसीर में लाभदायक।
- त्वचा में निखार ला कर कील मुहांसों को ठीक करता है।
- कच्चा आम स्कर्वी रोग को ठीक करता है।
- शरीर में बल एवं वीर्य की वृद्धि कर वीर्य विकार को ठीक करता है।
- आम का पत्ता गुर्दा एवं पित्ताशय की पथरी (Stone of Kidney & Gall blader) में लाभदायक होता है।
- इसके पत्ते का काढ़ा शहद के साथ खाने से सांस संबंधित रोग जैसे- सर्दी, खांसी एवं दमा में लाभ होता है।
- आम की गुठली की गिरी के चूर्ण को 2 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम गुनगुने पानी से खाने से प्रदर, अतिसार एवं श्वास रोग (दमा) में फायदा होता है तथा यह कृमि को भी नाश करता है।
आम खाने में सावधानियां :
आम को खाने में निम्नलिखित सावधानियां जरूरी है-
- आम को 2 घंटे पानी में भिंगोकर रखने के बाद ही काटकर या चूस कर खाना चाहिए।
- भिंगोने के पहले या खाने के पहले इसके ऊपर के हिस्से को दबाकर थोड़ा रस को निकाल देना चाहिये।
- खाली पेट आम नहीं खाना चाहिए इससे नुकसान हो सकता है।आम को खाना के साथ या खाना खा लेने के बाद खाना चाहिए।
- आधा पका हुआ या अधिक पका हुआ तथा सड़े गले या पिलपिले आम को नहीं खाना चाहिए।
- जिसे अम्लपित्त, गैस या पतला दस्त हो रहा हो उसे कम मात्रा में आम खाना चाहिए या आम को उसे नहीं खाना चाहिए।
- आम खाने के बाद शरबत पीना नुकसानदायक होता है।
- आम खाने के बाद कच्चे दूध की लस्सी पीया जा सकता है।
- मधुमेह रोगियों को ज्यादा आम नहीं खाना चाहिए।
The Bottom Line :
तो दोस्तों, ये रहा Aam Khane Ke Fayde In Hindi-जानें, आम खाने के 10 फायदे। इस Content में आम खाने के फायदे, आम के पोषक तत्वों और आम के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी है।
हमलोग जाने की आम एक पौष्टिक, स्वादिष्ट एवं उपयोगी फल है। इसकी पेड़, फल, फूल, पत्तियां और गुठली सभी उपयोगी होते हैं। आम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और इसे “सभी फलों का राजा” कहा जाता है।
आम की फल को कोई भी कुछ सावधानियों के साथ संतुलित मात्रा में खा सकता है।
मुझे पूरा विश्वास है की आम के बारे में दी गई हिंदी में जानकारी आपको अवश्य पसंद आया होगा। Pl इसलिए इस जानकारी अपने मित्रों एवं जानने वालों के पास इसे शेयर करें ताकि वे भी इस जानकारी से लाभान्वित हों।
धन्यवाद
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